विदाई समारोह में कलेक्टर बोले- आदमी मरकर श्मशान जाता है और अफसर वल्लभ भवन, एसपी की तरफ इशारा करके कहा- ये पीएचक्यू चले जाते हैं
गुना। पुलिस अधीक्षक राहुल कुमार लोढ़ा का तबादला होने पर विदाई समारोह में कलेक्टर और एसपी ने अपने अनुभव झांसा किए। कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार ने हंसी-मजाक के लहजे में कहा कि आदमी मरकर श्मशान जाता है और अफसर वल्लभ भवन? उन्होंने निवर्तमान एसपी लोढ़ा की तरफ इशारा करके कहा कि यह पीएचक्यू चले जाते हैं। कार्यक्रम में दोनों अफसरों ने बताया कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कैसे काम किया? यह भी कहा कि किसी मुद्दों पर हम दोनों अधिकारी का नजरिया 90 से 95 फीसदी एक रहता था।
इस दौरान एसपी ने भी अपनी बात रखी। कहा- कलेक्टर मेरे बड़े भाई की तरह है। इसके लिए एक्जाम पास करना अलग बात है, लेकिन इनके पास इतना नॉलेज है कि हर मुद्दे पर अपना तर्क रख सकते हैं। हर चीज की जानकारी है। बोले- कलेक्टर अपने घर पर माता-पिता से संस्कृत में बात करते हैं। आगे कहा- मैं भोपाल, मंडला में भी एसपी बतौर काम कर चुका हूं। लेकिन, गुना में एक अलग ही अहसास हुआ।
सकारात्मक सोच, धैर्य और गंभीरता है
कलेक्टर ने एसपी के कार्य का जिक्र किया। कहा- यह सकारात्मक सोच के व्यक्ति हैं। कोई जल्दबाजी नहीं है। धैर्य और गंभीर व्यक्ति हैं। पुलिस को 24 घंटे नकारात्मक ऊर्जा से जूझना पड़ता है। हर शिकायत सुनना है। ऐसी स्थिति में कोई व्यक्ति (लोढ़ा) पॉजिटिव बचाए रखे और यह बढ़ती रहे। इसका इस्तेमाल भी लोगों के भलाई में किया जाए। यह अच्छी बात है।
आगे कलेक्टर ने कहा कि पत्रकारों की एक बैठक में मैंने कहा था कि लोकतंत्र के 4 स्तंभ हैं, जो एक-दूसरे पर चढ़े जा रहे हैं। प्रशासन, पुलिस में कई बार देखा कि पुलिस अपना प्लस पाइंट रखती है तो नूराकुश्ती शुरू हो जाती है। लेकिन इनके समय ऐसी स्थिति नहीं बनी। उन्होंने पुलिस और प्रशासन के तालमेल का उदाहरण देते हुए कहा कि एनआरसी को लेकर पूरे देश में विरोध की स्थितियां बनी। कई जिलों में धारा 144 लगी। लेकिन गुना में इस धारा की जरूरत नहीं पड़ी।
मेरे दो रत्न- अवनीत और मालवीय
एसपी ने अपने कार्यकाल की सफलता को श्रेय पूरी टीम को दिया। बोले- जो भी काम पुलिस अधिकारियों को सौंपा, उन्होंने तत्काल किया। गुना टीआई अवनीत शर्मा, कैंट टीआई मदन मोहन मालवीय की तरफ इशारा करते हुए कहा कि यह दोनों मेरे रत्न हैं। मीडिया द्वारा सकारात्मक पक्ष उठाकर छपी खबरों का भी उन्होंने ज्रिक किया।