एग्रीकल्चर स्टूडेंट ने अर्धनग्न होकर मार्च निकाला, कमलनाथ सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की
इंदौर। कृषि महाविद्यालय के छात्रों ने सोमवार को अनोखा विरोध-प्रदर्शन किया। बेरोजगारी से तंग 500 से ज्यादा छात्रों ने कृषि महाविद्यालय से कलेक्टर कार्यालय तक अर्धनग्न होकर मार्च निकाला और रिक्त पदों को भरने की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा। इस दौरान उन्होंने शासन-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। छात्रों का आरोप है कि पूर्व और वर्तमान सरकार ने छात्रों के पास आउट होने के बाद भी रिक्त पदों को नहीं भरा, जिससे वे बीएसपी, एमएससी करने के बाद भी भटकने को मजबूर हैं। यह सभी छात्र 11 फरवरी से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं।
छात्रों का कहना है कि कृषि क्षेत्र में रुकी हुई पोस्ट और बढ़ती बेरोजगारी के विरोध में 11 फरवरी से अनिश्चित कालीन धरने पर बैठे हुए हैं। कोई भी सरकार का नुमाइंदा हमारी परेशानी को पूछने तक नहीं आया है। इसी के विरोध में सोमवार को कृषि क्षेत्र के इंदौर के 12 कॉलेजों के 500 से ज्यादा छात्रों का गुस्सा सरकार के खिलाफ फूट पड़ा। छात्रों ने अर्धनग्न होकर मार्च निकाला और कलेक्टर ऑफिस पहुंचकर मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। मार्च के दौरान छात्रों ने बताया कि मप्र में कृषि क्षेत्र में 5129 पद खाली हैं।
रैली में छात्रों ने कमलनाथ सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान वे कहते रहे... प्रदेश का कैसे होगा उद्धार... जब कृषि का छात्र रहेगा बेरोजगार। बता दें कि विभाग में सहायक संचालक कृषि अधिकारी के 264 पद रिक्त हैं, वहीं वरिष्ठ कृषि अधिकारी के 304 पद, कृषि विकास अधिकारी में 824 पद, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी के 2466 पद और उद्यानिकी विभाग में भी सैकड़ों पद रिक्त हैं।
छात्रों की मांगें
सहायक संचालक कृषि, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, मृदा निरीक्षक, एटीएमए प्रोजेक्ट में एटीएम, बीटीएम और एनएफएसएम में रिक्त पदों को भरा जाए।
कृषि उपज मंडियों में रिक्त मंडी सचिव के पदों पर कृषि छात्रों की सीधी भर्ती की जाए।
तहसील स्तर पर बने मृदा प्रयोगशालाओं में रिक्त 2500 पदों को तत्काल भरा जाए।
इसके अलावा उद्यानिकी विभाग, बीज रोग विशेषज्ञ्र, बीज निरीक्षक के पद को भरा जाए।