अर्द्धवार्षिक परीक्षा में 48% विद्यार्थी फेल हाे गए थे, परिणाम सुधारने के लिए डी-ई ग्रेड में आए विद्यार्थियाें की राेजाना 10 घंटे क्लास
खंडवा। अर्द्धवार्षिक परीक्षा में कक्षा 10वीं व 12वीं के खराब परिणामाें काे सुधारने के लिए विभाग छुट्टी के दिन भी स्कूल लगवा रहा है। यही नहीं, डी और ई ग्रेड यानी अनुत्तीर्ण विद्यार्थियाें की राेजाना 10 घंटे तक क्लास भी लगाई जा रही है। विद्यार्थियाें का ध्यान केवल पढ़ाई पर हाे इसलिए स्कूल में ही सुबह-शाम का नाश्ता व दाेपहर के भाेजन का इंतजाम भी स्कूल प्रबंधन द्वारा किया जा रहा है। जिन स्कूलाें में शिक्षक नहीं है वहां विशेषज्ञ शिक्षक पढ़ाने जा रहे हैं।
जिले में इस साल अर्द्धवार्षिक परीक्षा में कक्षा 10वीं का परीक्षाफल 52% जबकि 12वीं का 66% रहा। 10वीं के परिणाम खराब हाेने पर गत दिनाें सहायक संचालक शिक्षा इंदाैर ने असंताेष जताया था अाैर कुछ स्कूलाें का औचक निरीक्षण भी किया था। वे गुणवत्ता में सुधार के निर्देश भी जिला शिक्षाधिकारी काे देकर गए थे। निर्देश के बाद जिला शिक्षाधिकारी ने परिणाम सुधारने के लिए उन स्कूलाें में 5 फरवरी से 15 दिन की अतिरिक्त कक्षाएं शुरू की जहां सबसे अधिक विद्यार्थी फेल हुए। डी और ई ग्रेड में आए इन विद्यार्थियाें काे सुबह 8.30 बजे से शाम 5.30 बजे तक अंग्रेजी, गणित के विशेषज्ञ शिक्षकाें द्वारा अर्द्धवार्षिक परीक्षा के प्रश्नपत्र हल करवाए जा रहे हैं। इन दिनाें स्कूलाें में प्री-बाेर्ड परीक्षाएं भी चल रही है, ऐसे में विशेषज्ञ अगले दिन हाेने वाले प्रश्नपत्र की तैयारी भी करवा रहे हैं।
सात स्कूल जहां सबसे ज्यादा विद्यार्थी फेल हुए
शासकीय विद्यालय अहमदपुर खैगांव, शासकीय विद्यालय पिपलाेदखास, शासकीय विद्यालय सिहाड़ा, शासकीय विद्यालय रिछफल, शासकीय विद्यालय कन्या मूंदी, शासकीय विद्यालय बालक मूंदी व शासकीय विद्यालय आरूद के यहां अधिक बच्चे अनुत्तीर्ण हुए थे। स्कूलाें में अनुत्तीर्ण 70-70 विद्यार्थियाें काे सुबह 8.30 बजे से शाम 5.30 बजे तक पढ़ाया जाकर पुराने प्रश्नपत्र, अर्द्धवार्षिक परीक्षा के प्रश्नपत्र व प्री-बाेर्ड परीक्षा के प्रश्नपत्र हल करवाए जा रहे हैं।
विद्यार्थी रुकें, इसलिए उन्हें नाश्ता-भाेजन भी दे रहे हैं
विभाग काे इस साल 10वीं के परीक्षा परिणाम सुधारने के लिए काफी मशक्कत करना पड़ रही है। 15 दिन की अतिरिक्त कक्षाओं में विद्यार्थियाें काे 10 घंटे तक राेकना मुश्किल हाे रहा है। स्कूलों में दाेपहर 12 बजे आने वाले विद्यार्थियाें काे सुबह 8.30 बजे बुलाया जा रहा है। पढ़ाई से पहले इन्हें नाश्ता, दाेपहर का भाेजन, चाय-बिस्किट व शाम काे दाेबारा नाश्ता कराया जा रहा है। शिक्षकाें के अनुसार विद्यार्थियाें काे अधिक समय तक राेकने के लिए ऐसा किया जा रहा है।
अर्द्धवार्षिक परीक्षा में 10वीं के परिणाम संताेषजनक नहीं थे। परिणाम सुधारने के लिए जिन स्कूलाें में अधिकतर विद्यार्थी फेल हुए उनकी अतिरिक्त कक्षाएं ली जा रही है। छुट्टी वाले दिन भी उन्हें बुलाकर पढ़ाया जा रहा है। विद्यार्थियाें काे नाश्ता और भाेजन भी स्कूल में ही दिया जा रहा है।
जेएल रघुवंशी, जिला शिक्षाधिकारी