पुलिस मुसलमानों को सामने देखते ही "बजरंग दल" और "हिन्दू युवा वाहिनी" बन जाती है

पुलिस मुसलमानों को सामने देखते ही "बजरंग दल" और "हिन्दू युवा वाहिनी" बन जाती है



मोहम्मद जाहिद 
इस देश में जनता विशेषकर मुसलमानों का जिस व्यवस्था में सबसे पहले विश्वास टूटा है वह है "पुलिस व्यवस्था"। भारत के हिन्दी पट्टी की पुलिस मुसलमानों को सामने देखते ही "बजरंग दल" और "हिन्दू युवा वाहिनी" बन जाती है।
वर्दी देश के संविधान की रक्षक होती है , पर अब वह संघ के एजेन्डे की रक्षक होती जा रही है , और ऐसा सदैव से होता आया है। पहले इसके लिए PAC ही बदनाम थी पर अब यह रोग पुलिस की सभी व्यवस्थाओं में लग गया है।